पपीता खाने के 20 जबरदस्त फायदे |
पपीता के पेड़ लम्बे, पतले व कोमल होते हैं | पपीता के पेड़ मे कोई डालियाँ नहीं होता है | इस पार् लगने बाले फल को पपीता कहा जाता है | पपीता कच्चे रहने पर हरा दीखता है और पक जाने पर पीले रंग का हो जाता है | पपीता खाने मे बहुत स्वादिस्ट लगता है | कच्चे पपीते को सब्जी व आचार भी बनया जाता है | और पके पपीते को कचूमर व चटनी भी बनाई जाती है | रोज सुबह पपीता का सेवन करने से कब्ज ख़त्म भी हो जाती है | और पाचन शक्ति भी बढती है |
हानिकारक -
गर्भावस्था के दौरान कच्चा व पका पपीता बिल्कुल नही खाना चाहिए | जिन स्त्रियों को मासिक - धर्म अधिक आता है उन्हें भी नहीं खाना चाहिये | बवासीर के रोगियों को कच्चा पपीता नहीं खाना चाहिए | पपीता के बीजों को खाने से गर्भपात हो सकता है |
पपीता के विभिन्न रोगों मे उपयोग |
- दाद रोग के लिए :- पपिते से दूध को निकालकर नियमित रूप से दाद पर लगाने से दाद ठीक हो जाता हैं |
- स्तनों मे दूध बढ़ाने के लिए :- कच्चे पपीते की सब्जी बनाकर खाने से या पका पपीता खाने से स्तनों मे दूध बढ़ता है |
- प्लीहा रोग :- प्लीहा रोग से पीड़ित रोगी को पपीता नियमित रूप से प्रतिदिन सेवन करने से प्लीहा रोग ठीक हो जाता है|
- कब्ज :- पका पपीता या कच्चा पपीता प्रतिदिन खाने से कब्ज की रोग ठीक हो जाता है |
- पेट के कीड़े :- पपीते के 10 बीजे पीसकर एक चोथाई कप पानी मे मिलकर लगभग एक सप्ताह तक सेवन करने से पेट के कीड़े समाप्त हो जातें हैं |
- गर्भपात :- पपीता का लगातार सेवन करने से गर्भपात हो जाता है | गर्भावस्था मे पपीता का सेवन नहीं करना चाहिए |
- बच्चों की लम्बाई व शारीरिक शक्ति के लिए :- जिन बच्चों की लम्बाई कम होती है या शारीर कमजोर होता है उसे रोज पपीता खिलाना चाहिए |
- पुराणी खाज - खुजली :- सुहागा के उबलते पानी मे पपीता का दूध डालकर खाज- खुजली पार् लगाने से खाज - खाज खुजली ठीक हो जाता है |
- बवासीर :- बड़ी या खुनी बवासीर में आधा किलो पपीता सुबह शाम प्रतिदिन खाने से दोनों पारकर के बवासीर ठीक हो जातें हैं |
- मासिक - धर्म की गड़बड़ी :- 100 मिलीमीटर पपीते का रस, 50 ग्राम अन्नानस का रस और 100 ग्राम अन्नानस का रस मिलकर रोज सुबह - शाम पिने से मासिक - धर्म जैसी गड़बड़ी ठीक हो जाती है | यह भी पढ़ें एलोवेरा जूस के 15 बेहतरीन फायदे |
- खट्टी ढाकारें / अम्लपित :- 250 ग्राम पपीते के जूस मे सेंधा नमक, कालीमिर्च और थोड़ा सा निम्बू निचोड़कर सुबह - शाम खाएं ऐसा करने से खट्टी ढाकारेंं आना बंद हो जाती हैं |यह भोजन भी पचता है और भूख भी लगता है |
- गलें मे दर्द होने पर :- गलें मे दर्द होने पर 1 चम्मच पपीता का दूध को 1 गिलास गर्म पानी मे मिलाकर गरारे करने पार् तुरंत आराम मिलता है |
- हड्डी का टूटना :- आधा कप गाजर का रस, आधा कप आंवले का रस और 1 कप पपीता का रस को अच्छे से मिलाकर सुबह - शाम पिने से हड्डी का टूटना ठीक हो जाता है | और दर्द मे बहुत आराम मिलता है |
- हाई ब्लड प्रेसर / उच्च रक्तचाप :- 1 कप पपीता का जूस, आधा कप गाजर का जूस, आधा कप संतरे का जूस, 2 चम्मच तुलसी का रस और 2 चम्मच लहसुन का रस | इन सभी चीजों को मिलकर कुछ दिनों तक सुबह - शाम सेवन करने से उच्च रक्तचाप समान्य हो जाता है |
- स्तनों मे दूध का कम होना :- शरीर मे खून के कमी के कारन स्तनों मे दूध की कमी हो जाती है | तो पका पपीता प्रतिदिन सुबह खली पेट 20 दिनों तक लगातार खाएं | इससे स्तनों मे दूध बढ़ता है |
- दस्त रोग :- यदि आपको दस्त रोग बार - बार आता है तो कच्चे पपीते उबालकर खाने से दस्त रोग ठीक हो जाता है |
- गुर्दे की पथरी :- 6 ग्राम पपीते की जड़ को पीसकर 50 ग्राम पानी मे अच्छे से मिलाएं और 21 दिनों तक लगातार पियें इससे पथरी गलकर निकल जाती है |
- पेट के कीड़े :- पपीता के 5 बीजों को ताजे पानी के साथ 5 दिनों तक लगातार सेवन करने से पेट के कीड़े मर जातें हैं | और साथ ही पेट मे होने बाले दर्द ठीक हो जातें हैं |
- पेट के दर्द :- पपीता मे निम्बू का रस, कालीमिर्च और सेंधा नमक डालकर खाने से पेट मे होने बाले दर्द ठीक हो जाता है |
- फटी एड़ियों के लिए :- कच्चे पपीते के छिलके को सुखाकर चूर्ण बना लें और फिर चूर्ण मे ग्लिसरीन मिलकर सुबह - शाम फटी एड़ियों मे लगायें इससे बहुत जल्दी आराम मिलता है | दोस्तों अगर मेरा ये post पसंद आये तो sear और comment करना न भूलना |
hello boy and girl
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